अगर यह पूछा जाए कि इक्कीसवीं सदी में किस आविष्कार ने दुनिया को बदल दिया है तो निश्चित रूप से सभी यह मानेंगे कि स्मार्टफोन नाम की डिवाइस ने सुदूर अंटार्कटिका से लेकर आधुनिक अमेरिका और पिछड़े हुए अफ्रीका से लेकर आगे बढ़ते हुए चीन तक सबकी जिंदगी को बदल कर रख दिया है.
आज जबकि स्मार्टफोन हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है इसकी उपयोगिता को भी जरूरत के हिसाब ढाला जा रहा है. ऐसे में लोगों की जरूरत को ध्यान में रखकर रोज नये एप्प बनाए जा रहे हैं और बाजार में लाखों की संख्या में एप्प छाए हुए हैं. गूगल का प्ले स्टोर ऐसे एप्स से भरा पड़ा है जो आपकी जरूरत के हिसाब से डिजाइन किया गया है. ऐसे में स्मार्ट फोन यूजर के सामने यह समस्या आ खड़ी होती है कि वह कौन से एप्स को अपने फोन का हिस्सा बनाए?
टॉप 10 एप्प जो मोबाइल को बनाते हैं स्मार्ट फ़ोन | Apps to make mobile smart in Hindi
टॉप 10 एप्प जो मोबाइल को बनाते हैं फ़ोन 10 Apps to make your mobile smart in Hindi
किन एप्स को बनाए अपने फोन का हिस्सा ? (Which created the app to share your mobile ?)
सबसे पहली और महत्वपूर्ण बात यह है कि आपका फोन आपके काम का हिस्सा है और आपको अपने काम की जरूरतों के हिसाब से अपने एप्स का निर्धारण करना चाहिए. मसलन आप स्टूडेंट हैं तो आपको शिक्षा और लर्निंग एप्स पर अपना फोकस रखना चाहिए और कहीं आप बिजनेस मैन हैं तो मार्केट रिलेटेड एप्स आपके ज्यादा काम के हैं लेकिन इससे अलग कुछ एप्स ऐसे हैं जो आपके फोन में जरूर होने चाहिए उनमें से 10 तरह के एप्स पर यहां हम बात करने वाले हैं.
एंटीवायरस एप (Antivirus App)
फोन खरीदने के बाद अगर सबसे पहला कोई एप डाउनलोड करना चाहिए तो वह है एक बेहतरीन एंटीवायरस. प्ले मार्केट में ढेरों मुफ्त एंटीवायरस उपलब्ध है जो आपके फोन को हैकर्स और वायरस से बचाते हैं. हमारी सलाह है कि यूजर को यह एक एप मुफ्त डाउनलोड करने के बजाए पैड सर्विस से खरीदना चाहिए. पेड एंटीवायरस एप आपकी फोन की जरूरत के हिसाब से खुद को अपडेट करता है और समय-समय पर आपके फोन की जांच करके अनावश्यक वायरस हैक्स से बचाता रहता है. प्ले मार्केट पर एवीजी, अवास्त और क्लीन मास्टर जैसे ढेरों मोबाइल एंटीवायरस उपलब्ध हैं आप जरूरत और मूल्य के हिसाब से अपना पसंदीदा एंटीवायरस डाउनलोड कर सकते हैं.
बैकअप एप (Backup App)
अक्सर देखा गया है कि लोग अपना फोन खो जाने या फिर खराब हो जाने के बाद फेसबुक या फिर इसी तरह की दूसरी सोशल साइट्स पर अपने परिचितों के कांटेक्ट नंबर मांगते रहते हैं. फोन बदलने के बाद भी डेटा ट्रांसफर हमेशा यूजर के लिए एक बड़ा मुद्दा रहा है. स्मार्ट फोन के लिए आने वाले बैकअप एप आपकी इस समस्या से निपटने में खासी मदद कर सकते हैं. प्ले मार्केट में ढेरों बैकअप एप्स उपलब्ध हैं जो समय-समय पर आपके फोन का बैकअप क्लाउड ड्राइव में सेव करते हैं, इस बैकअप में कॉन्टेक्ट्स, मैसेजेस, फोटोज और डाक्यूमेंट्स तक सेव किए जाते हैं. ऐसे एप के तौर पर आप बैकअप और सिंकइट का इस्तेमाल कर सकते हैं
सोशल मीडिया एप्स (Social Media App)
सोशल मीडिया रिलेटेड एप्स तो सबके मनपसंद हैं और इन्हें डाउनलोड करने का काम तो यूजर बखूबी कर रहे हैं, लेकिन रूकिए, आपको इन्हें अपने फोन का हिस्सा बनाने से पहले कुछ बाते जान लेनी चाहिए. ज्यादातर सोशल मीडिया एप्स आपके फोन कॉन्टेक्ट्स तक पहुंच बनाने की इजाजत मांगते हैं और इन्हें डाउनलोड करते ही आप उन्हें इस बात के अधिकार दे देते हैं कि वे आपके कॉन्टेक्ट बुक को देख सकें इसलिए प्रतिष्ठित सोशल मीडिया एप्स को ही डाउनलोड में तवज्जो दें. फेसबुक, गूगल प्लस, इंस्टाग्राम और पिनट्रेस्ट अच्छे स्तर के और विश्वसनीय सोशल मीडिया रिलेटेड एप्स हैं. दूसरी खास बात अगर आप चाहते हैं कि आपका डेटा ज्यादा खर्च न हो तो इन प्लेटफार्म्स के लाइट एप भी मार्केट में उपलब्ध हैं.
वेब ब्राउजर (Web Browser)
देखा जाए तो स्मार्ट फोन को स्मार्ट किसने बनाया, जी हां इंटरनेट ने. इन फोन्स पर इंटरनेट सर्फ करने और जानकारी जुटाने की सुविधा होती है जो इनसे पहले के फोन्स में नहीं थी और थीं भी तो इतनी मुश्किल थी कि वे कभी लोकप्रिय नहीं हो सकी. स्मार्टफोन में इंटरनेट सर्फ करने के लिए ढेरों बेहतरीन ब्राउजर्स बाजार में उपलब्ध हैं लेकिन इसे आप अपनी जरूरत और फोन के फीचर्स के हिसाब से ही डाउनलोड करें. गूगल का क्राम ब्राउजर लगभग हरेक फोन को सपोर्ट करता है. साथ ही यूसी ब्राउजर, फायरफॉक्स, ऑपेरा मिनी और डॉल्फिन ब्राउजर भी अपनी बेहतरीन स्पीड और सिक्योरिटी के लिए जाने जाते हैं.
बैट्री सेवर (Battery Saver)
तमाम खूबियों के बावजूद स्मार्ट फोन की एक बड़ी कमी है जिससे हम सभी का कभी न कभी सामना हुआ ही है. स्मार्ट फोन की बैट्री हमेशा परेशान करती है क्योंकि हमारे फोन में ढेर सारे काम एक साथ होते रहते हैं और हमें पता भी नहीं होता है. हम ढेर सारे एप्प ओपन तो कर लेते हैं लेकिन उन्हे एक्जिट करने के बजाए सीधे होम स्क्रीन पर चले जाते हैं और बैकग्राउंड में एप रन करते रहते हैं. ऐसे में हमें अपनी आदत सुधारने के बजाय एंड्राइड मार्केट में उपलब्ध बैट्री सेवर एप डाउनलोड कर लेना चाहिए जो बैटरी बचाने के ढेरों उपाय सुझाता है और बैकग्राउंड में रन कर रहे एप्स को बंद करके आपके फोन को फास्ट भी बनाता है. प्ले मार्केट में डीयू बैट्री सेवर, अवास्ट बैट्री सेवर और बैट्री सेवर जैसे ढेरों एप्प आपके फोन की सेवा में मुफ्त उपलब्ध हैं.
ऑफिस एप्स (Office App)
मोबाइल पर डॉक्यूमेंट्स को देखना, पढ़ना और उन पर काम करना मुश्किल काम है क्योंकि कम्प्यूटर के विंडोज फार्मेट में भेजे गए संदेश एंड्राइड या आईओएस को सपोर्ट नहीं करते हैं. ऐसे में ऑफिस के काम फोन पर करना मुश्किल हो जाता है लेकिन अब ऑफिस एप्स ने इस मुश्किल को भी दूर कर दिया है. और तो और अब माइक्रोसॉफ्ट विंडोज ने भी अपने ऑफिस वर्जन को एप के तौर पर एंड्राइड और आईओएस के साथ काम करने लायक बना दिया है. इसके लिए यूजर को प्ले मार्केट या आई ट्यून्स में जाकर विंडों के वर्ड, एक्सल और दूसरे ऑफिस एप्स डाउनलोड भी करने है. वैसे तो यह मुफ्त उपलब्ध है लेकिन कुछ फीचर्स सिर्फ पेड सर्विस के साथ ही आते हैं. इसके अलावा भी डब्ल्यूपीएस ऑफिस, ऑफिस सूट और पोलारिस ऑफिस जैसे एप भी मार्केट में उपलब्ध हैं.
लांचर (Launcher)
अगर आप अपने स्मार्ट फोन के ऑपरेटिंग सिस्टम के रंग-रूप से बोर हो गए हैं तो आपको नया फोन लेने की कतई जरूरत नहीं है. लांचर आपके फोन में नये रंग भरेगा और आपकी बोरियत दूर कर देगा. साथ ही एक बेहतरीन लांचर फोन नेवीगेशन को भी आसान बनाएगा और ढेरों ऐसे फीचर्स आपके फोन में एड कर देगा जो आपके फोन में अभी तक नहीं थे. मार्केट में उपलब्ध गो लांचर, गूगल लांचर, सी लांचर और ऐरो लांचर आपकी सेवा में हाजिर है आपको तो बस उन्हें डाउनलोड करना है और आपको फोन नये लुक के साथ आपको लुभाने के लिए तैयार है.
म्यूजिक एप्स (Music App)
अगर आपसे पूछा जाए कि स्मार्ट फोन अपने किस फीचर की वजह से सबसे ज्यादा लोकप्रिय बना है तो ज्यादातर लोग म्यूजिक एप्स को इसका श्रेय देंगे. स्मार्टफोन ने अब सांग डाउनलोड करने और एमपीथ्री फाइल क्वालिटी को बेहतर बनाने जैसे पुरानी झंझटों से निजात दिला दिया है. इसकी वजह से आप पायरेटेड फाइल्स की जगह ओरिजनल ट्रैक्स का मजा उठाते हैं. अगर आप म्यूजिक लवर हैं तो सावन, गाना और विंक जैसे एप्स डाउनलोड करके संगीत का लुत्फ उठा सकते हैं.
फोटो एलबम एप्स (Photo album Apps)
‘सेल्फी’ इस शब्द से आज कौन वाकिफ नहीं है. आप कहीं भी चले जाइए सेल्फी लेते हुए लोगों का समूह आपको सब तरफ दिखाई पड़ेगा. स्मार्ट फोन में सेल्फी लेने की परम्परा ने यूजर्स के सामने, इन्हें स्टोर करने और बेहतर बनाने की चुनौती खड़ी की तो बाजार ने इसका फायदा उठाते हुए तुरंत ढेरों फोटो करेक्शन एप्स और फोटो एलबम एप्स से मार्केट को भर डाला है जो आपके फोटोज को क्लाउड में स्टोर करने के साथ ही उन्हें बेहतर बनाने की सुविधा देता है. इस सूची में सबसे ऊपर गूगल का पिकासा है तो साथ ही इसमें आप पिक्सलर, फोटो एडिटर, फोटो करेक्टर जैसे एप्स को भी शामिल कर सकते हैं.
डेटा मैनेजमेंट एप्स (Data management Apps)
जैसा हमने पहले बताया कि आपके फोन को स्मार्ट कौन बनाता है, इंटरनेट ही न. तो इस फोन को इस्तेमाल करने वाले लोगों के पास अगर बैट्री के बाद किसी चीज की कमी होती है तो वह है मोबाइल डेटा की. इस समस्या को कम करने के लिए भी मार्केट मे ढेरों एप्स उपलब्ध हैं जो आपके मोबाइल डेटा को मैनेज करता है और आपको डेटा बचाने के ढेरों टिप्स भी देता है जिससे आप एक चैथाई डेटा तक बचा सकते हैं. इस श्रेणी के डेटा आई और डेटा मैनेजर जैसे एप्स डाउनलोड करके आप मुफ्त में अपने ढेरों डेटा की बचत कर सकते हैं, यानि आम के आम और गुठलियों के दाम.